एक दिन उसने प्यार से ,
मेरी हथेली पर लिख दिया की ...
मुझे प्यार है तुमसे ....
जाने कैसी स्याही के थे वो लफ्ज़ !
कि वो मिटे भी नहीं और आज तक दिखे भी नहीं ...
मेरी हथेली पर लिख दिया की ...
मुझे प्यार है तुमसे ....
जाने कैसी स्याही के थे वो लफ्ज़ !
कि वो मिटे भी नहीं और आज तक दिखे भी नहीं ...
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